लाल किले के बारे में 8 अनसुनी बातें जिनके बारे में आपको भी नहीं होगा पता

दिल्ली का लाल किला लाल रंग का है। लेकिन शायद आपको ये जानकार हैरानी होगी कि रेड फोर्ट कभी वाइट यानि सफेद रंग का हुआ करता था

लाल किला मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा बनवाया गया था। इतिहास में इसका कई जगह उल्लेख किया गया है

कि लाल किला का रंग कभी सफेद हुआ करता था। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अनुसार, इमारत के कुछ हिस्से चूने के पत्थर से बने थे।

जब सफेद पत्थर अपनी जगह से निकलने लगे या खराब होने लगे, तो अंग्रेजों ने इमारत को लाल रंग से रंग दिया।

लाल किला पहले कभी इस नाम से नहीं जाना जाता था? इसे मूल रूप से "किला-ए-मुबारक" के नाम से जाना जाता था

इतिहास में कई जगह इस बात का उल्लेख है कि शाहजहाँ ने इस किले का निर्माण उस समय करवाया था जब उसने अपनी राजधानी को आगरा से दिल्ली स्थानांतरित करने का निर्णय लिया था।

उस समय किले का नाम किला-ए-मुबारक था जिसके बाद उसका नाम लाल किला कर दिया गया। ऐसा भी कहा जाता है कि इसका निर्माण लाल पत्थर और ईंटों से किया गया था,

इसलिए अंग्रेजों ने इसका नाम रेड फोर्ट रख दिया और स्थानीय लोग इसे लाल किला के नाम से बुलाते थे।

किले को बनने में 10 साल का समय लगा था, मतलब पूरा एक दशक के बाद इस किले का निर्माण पूरा हुआ था।

शाहजहाँ के समय के अग्रणी वास्तुकार उस्ताद हामिद और उस्ताद अहमद ने 1638 में इसका निर्माण शुरू किया था और अंत में इसे वर्ष 1648 में पूरा किया था।